थाना जगदीशपुरा के चर्चित जमीनकांड में पीड़ित रवि कुशवाह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट मे एडीएम प्रशासन के यहां अपने बयान दर्ज कराए। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर उनका परिवार काबिज है। किसी और के नाम बैनामा कैसे हो गया।
पीड़ित रवि कुशवाहा का परिवार कुशवाहा महासभा के प्रेमचन्द कुशवाहा के साथ अपर जिला अधिकारी प्रशासन अजय कुमार सिंह से मिला। उन्होंने बयान में कहा कि ये जमीन सरदार टहल सिंह की थी। उनकी मृत्यु 2008 में हो गई थी। उसके बाद ये जमीन उनके पुत्र जसवीर सिंह के नाम हो गई थी। 2021 में जसवीर सिंह की कोरोना से मौत हो गई। उनकी पत्नी उमा देवी हैं। बयान में कहा कि 30 साल पहले इस संपत्ति पर सरदार टहल सिंह का ढलाई का कारखाना था। वहां मेरे पिता दीनानाथ काम करते थे। मेरा जन्म भी वहीं पर हुआ था। मेरे साथ मेरे भाई, बहन, पत्नी और बच्चे भी निवास कर रहे हैं। मेरे पिता की मृत्यु दो साल पहले हो चुकी है।
बयान में कहा है कि ये जमीन हमें सरदार टहल सिंह ने रोजी-रोटी चलाने के वास्ते दी थी। यहां तीन बड़े और एक छोटा कमरा बने हैं। बरामदा भी है। खाली जमीन पर टैंपो खड़ा करने का गैराज चलता है। इससे मेरी और मेरे परिवार की रोजी-रोटी चलती है। मेरी जानकारी में टहल सिंह और उनके पुत्र जसीवर सिंह ने इस जमीन का किसी के नाम कोई बैनामा नहीं किया है। बता दें कि शुक्रवार को एडीएम प्रशासन ने इस जमीन का मौका मुआयना किया था। उसके बाद शनिवार को पीड़ित रवि कुशवाह ने उनके यहां अपने बयान दर्ज कराए।